Wednesday, May 11, 2011

किसी दोस्त का प्यार चाहिए

RAJESH BHIGASRA & PURSHOTAM SHARMA Parik LIC Adviser

ना ज़मीन, ना सितारे, ना चाँद, ना रात चाहिए,



दिल मे मेरे, बसने वाला किसी दोस्त का प्यार चाहिए,




ना दुआ, ना खुदा, ना हाथों मे कोई तलवार चाहिए,


मुसीबत मे किसी एक प्यारे साथी का हाथों मे हाथ चाहिए,




कहूँ ना मै कुछ, समझ जाए वो सब कुछ,


दिल मे उस के, अपने लिए ऐसे जज़्बात चाहिए,




उस दोस्त के चोट लगने पर हम भी दो आँसू बहाने का हक़ रखें,


और हमारे उन आँसुओं को पोंछने वाला उसी का रूमाल चाहिए,




मैं तो तैयार हूँ हर तूफान को तैर कर पार करने के लिए,


बस साहिल पर इन्तज़ार करता हुआ एक सच्चा दिलदार चाहिए,



उलझ सी जाती है ज़िन्दगी की किश्ती दुनिया की बीच मँझदार मे,


इस भँवर से पार उतारने के लिए किसी के नाम की पतवार चाहिए,




अकेले कोई भी सफर काटना मुश्किल हो जाता है,


मुझे भी इस लम्बे रास्ते पर एक अदद हमसफर चाहिए,




यूँ तो 'मित्र' का तमग़ा अपने नाम के साथ लगा कर घूमता हूँ,


पर कोई, जो कहे सच्चे मन से अपना दोस्त, ऐसा एक दोस्त चाहिए




प्यार को कभी भी किया नहीं जा सकता। प्यार तो अपने आप हो जाता है। दिन और रात... धरती और आसमान, एक दूसरे के बिना सब अधूरे हैं। सन -सन करती हवाएं, सुन्दर नजारे, फूलों की खुशबू ... सभी में छिपा होता है प्यार... कुछ तो प्यार में हारकर भी जीत जाते हैं, तो कुछ जीतकर भी अपना प्यार हार जाते हैं। प्यार एक ऐसा नशा है जिसमें जो डूबता है वो ही पार होता है। प्यार पर किसी का वश नहीं होता.... अगर आप भी प्यार महसूस करना चाहते हैं तो डूबिये किसी के प्यार में ... दुनिया की सबसे बड़ी नेमत है ढाई आखर का प्यार... जब आप भी किसी को चाहने लगते हैं तो उसके दूर होने पर भी आपको नजदीक होने का अहसास होने लगता है , हर चेहरे में आप उसका चेहरा ढूंढने की असफल कोशिश करते हैं, कोई पल ऐसा न गुजरता होगा जब उसका नाम आपके होठों पर न रहता हो ... यही तो होता है प्यार... सुन्दर, सुखद , निश्छल और पवित्र अहसास। पूरी दुनिया के सुख इस प्रेम में समाए हुए हैं।

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